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मोहाली/ स्वास्थ्य सेवाओं में महारथ हासिल , फोर्टिस हॉस्पिटल ने की एक और उपलब्धि अपने नाम

✍️ सोहन रावत, चंडीगढ़

 

डॉक्टरों ने जन्मजात विकृत रीढ़ की हड्डी से ग्रस्त 21 वर्षीय लडक़ी की सर्जरी कर दिया नया जीवन

यह दुर्लभ विकृति प्रत्येक 10,000 नवजात शिशुओं में से केवल 1 में होती है

चंडीगढ़ : फोर्टिस अस्पताल मोहाली में स्पाइन सर्जरी टीम ने 21 वर्षीय रोगी पुष्पा पर कंप्यूटर-नेविगेटेड स्पाइन सर्जरी सफलतापूर्वक की, जो गंभीर जन्मजात क्यफोस्कोलियोसिस से पीडि़त थी।

फोर्टिस मोहाली के स्पाइन सर्जरी के एडिनशनल डायरेक्टर डॉक्टर दीपक जोशी के नेतृत्व में डॉक्टरों की अत्यधिक कुशल टीम ने एक 360-डिग्री प्रोसिजर- क्यफोसिस डिफॉर्मिटी करेक्शन सर्जरी की, जो लगभग 8 घंटे तक चली।

गंभीर जन्मजात क्यफोस्कोलियोसिस एक विकृति है जो तब होती है जब एक या अधिक रीढ़ में वरटीब्रेय का पूरी तरह से नही बनते हैं, जिससे असामान्य वक्रता हो जाता है। यदि इसे अनुपचारित छोड़ दिया जाता है, तो क्यफोस्कोलियोसिस न केवल हृदय और फेफड़ों को प्रभावित करता है, बल्कि रोगियों में मनोवैज्ञानिक संकट भी पैदा करता है। यह दुर्लभ विकृति प्रत्येक 10,000 नवजात शिशुओं में से केवल 1 में होती है।

सिरसा की 21 वर्षीय रोगी पुष्पा को जन्म से ही रीढ़ की हड्डी में दुर्लभ विकृति (गंभीर जन्मजात क्यफोस्कोलियोसिस) थी और उनकी स्थिति उम्र के साथ बिगड़ती जा रही थी। रोगी ने पिछले साल जून में अपनी इस गंभीर समस्या के साथ फोर्टिस मोहाली में डॉ जोशी से संपर्क किया था।

एडवांसड न्यूरो-मॉनिटरिंग टेक्नोलॉजी और न्यूरो-नेविगेशन की मदद से-नर्व डैमेज से बचने के लिए नर्वस के कार्यप्रणाली पर नजऱ रख डॉक्टर दीपक जोशी के नेतृत्व में डॉक्टरों की अत्यधिक कुशल व अनुभवी टीम ने एक 360-डिग्री प्रोसिजर- क्यफोसिस डिफॉर्मिटी करेक्शन सर्जरी की और मरीज पुष्पा के स्पाइनल कॉलम को काट दिया गया और स्क्रूज के साथ रखा गया, और एंगुलर कफोसिस को रोड्स पर ठीक किया गया। फोर्टिस मोहाली में स्पाइन सर्जरी टीम द्वारा समय पर मरीज को पूरी तरह से ठीक करने में मदद मिली।

फोर्टिस अस्पताल मोहाली में अच्छे इलाज के बाद, रोगी की अच्छी रिकवरी हुई और उन्हें सर्जरी के 10वें दिन छुट्टी दे दी गई। मरीज लगभग तीन सप्ताह के बाद अपनी सामान्य दिनचर्या को फिर से शुरू करने में सक्षम थी और आज एक सामान्य जीवन जी रही है।

इस मामले पर प्रकाश डालते हुए, डॉ जोशी ने कहा, मरीज पुष्पा ने एक क्यफोसिस डिफॉर्मिटी करेक्शन सर्जरी करवाई, जिसमें उसकी स्पाईनल कॉलम को स्क्रू और रोड्स से ठीक किया गया। वह एक संतोषजनक पोस्ट-ऑपरेटिव रिकवरी थी। गंभीर जन्मजात क्यफोस्कोलियोसिस बच्चों को प्रभावित करता है और आमतौर पर जागरूकता की कमी के कारण इसका पता नहीं चल पाता है। यदि जल्दी निदान किया जाता है, तो जीवन में बाद में बड़ी सर्जरी से बचा जा सकता है। चिकित्सा स्थिति न केवल एक शारीरिक विकृति है बल्कि एक व्यक्ति को मनोवैज्ञानिक रूप से भी प्रभावित करती है। समय पर चिकित्सकीय सहायता न मिलने पर हृदय और फेफड़े जैसे महत्वपूर्ण अंग भी प्रभावित हो सकते हैं। फोर्टिस मोहाली गंभीर क्यफोस्कोलियोसिस के लिए सबसे अच्छा उपचार प्रदान करता है और इसने कई लोगों के जीवन को बदलने में मदद की है।