चंडीगढ़/ जीएमएसएच सेक्टर 16 से निकाले गए 178 वर्करों की बहाली के लिए जीएमसीएच सेक्टर 32 में हुआ सांकेतिक धरना प्रदर्शन
चंडीगढ़ : कल जीएमसीएच एम्पलाइज एंड वर्कर्स ज्वाइंट एक्शन कमेटी के बैनर तले सेक्टर 32 अस्पताल के सैकड़ों वर्करों ने सेक्टर 16 अस्पताल से निकाले गए एनएचएम के 178 वर्करों की बहाली के लिए शांतिपूर्ण तरीके से सांकेतिक धरना प्रदर्शन किया गया । प्रधान सुखबीर सिंह ने बताया कि चंडीगढ़ प्रशासन पिछले दो-तीन महीनों से लगातार हेल्थ वर्करों के खिलाफ वर्कर विरोधी आदेश निकाल रहा है कोई भी हेल्थ वर्कर अगर अपने साथ हो रहे शोषण के लिए आवाज उठाने की कोशिश करें तो उसकी मांग सुनने की बजाय उसकी सेवा समाप्त कर दी जा रही है । एनएचएम से निकाले गए 178 वर्कर वह योद्धा हैं जिन्होंने कोरोना काल में अपनी जान दांव पर लगाकर चंडीगढ़ एवं चंडीगढ़ से बाहर के लोगों की सेवा की उनको कोरोना वॉरियर्स बोलकर सरकार की ओर से सम्मानित भी किया गया उनके ऊपर फूल भी बरसाए गए उनके लिए ताली थाली भी बजाई गई और राजनीतिक पार्टियों ने उनके जरिए अपनी राजनीति भी चमकाई कोरोना वैक्सीनेशन के 100 करोड़ का आंकड़ा पार करने के बाद उनको सत्ताधारी पार्टी के नेताओं ने फूल माला एवं प्रशंसा प्रमाण पत्र देकर सम्मानित भी किया लेकिन आज जब वह वर्कर पिछले 20 दिन से सड़क किनारे बैठे हैं तब किसी भी राजनीतिक पार्टी के नुमाइंदे ने इन वर्करों की कोई सुध बुध नहीं ली । सत्ताधारी पार्टी द्वारा जरूर बुलाकर वर्करों को आश्वासन दिया गया और समाचार पत्रों के जरिए प्रशंसा विटोरी लेकिन ना तो अभी तक इन वर्करों को इनका रोजगार वापस मिला और ना ही इनकी कोई मांग पूरी की गई उल्टा अस्पताल प्रशासन की ओर से माफी मांग कर और कुछ शर्तों के साथ जरूर इन वर्करों को नौकरी पर वापस बुलाने की पेशकश की गई । जीएमसीएच ज्वाइंट एक्शन कमेटी मांग करती है कि इन वर्करों को बिना किसी शर्त के बहाल किया जाए चंडीगढ़ प्रशासन या अस्पताल मैनेजमेंट ऐसा नहीं करती तो आने वाले समय में संघर्ष को तेज किया जाएगा।