चंडीगढ़/ कच्चे माल की सप्लाई के बिना फैक्टरियों का अस्तित्व खतरे में : अवि भसीन
✍️ मनोज शर्मा, चंडीगढ़
चंडीगढ़ : लॉकडाऊन में काम करने की अनुमति दी जाए, क्योंकि कच्चे माल की सप्लाई के बिना शहर की तमाम फैक्टरियों की भूमिका ही खत्म हो जाती है। कच्चे माल की सप्लाई के बिना फैक्टरियों का अस्तित्व खतरे में पड़ गया है। इसलिए प्रशासन को लॉकडाऊन में कच्चे माल सेवा प्रदाता कंपनियों को खोलने की अनुमति देनी चाहिए। फिर चाहे उन्हें ऑड ईवन नंबर के माध्यम से ही क्यों न खोलना पड़े।
अवि भसीन ने बताया कि कच्चे माल प्रदाता कंपनियों के न खुलने से उद्योग लगातार घाटे में चल रहा है जिस कारण न तो प्रोडक्शन का काम संचारू रूप से चल रहा है और न ही वितरण का काम। उद्योगों में हजारों मजदूर भी काम करते हैं इससे उनकी आजीवका पर भी असर पड़ता है। उन्होंने बताया कि पंजाब में कच्चे माल प्रदाता कंपनियां खुली हैं जिस कारण यहां के उद्योगों के ग्राहक पंजाब से सामान खरीदते हैं इससे चंडीगढ़ में उद्योगों के ग्राहक खराब होते है और उनकी दुकानदारी पर भी असर पड़ता है और सरकार के राजस्व में भी गिरावट आती है।
उन्होंने बताया कि कच्चा माल प्रदाता कंपनियों में ऑटो सर्विस सेंटर्स, हार्डवयर्स, ऑटो मैकेनिकल, स्पेयर्स पार्ट्स एंड एक्सेसरिस इत्यादि सभी सेवाएं आती है जो कि जनसाधारण को भी प्रभावित करती है। क्योंकि यह लोगों से सीधे तौर से जुड़ी हैं। जिसे ऑड ईवन के माध्यम से खोल देना चाहिए।
उन्होंने प्रशासन से अपील करते हुए कहा कि शहर में उद्योगों को उभारने के लिए प्रशासन को ऑड ईवन का फार्मूला अपनाते हुए कच्चे माल सेवा प्रदाता कंपनियों और ऑटो मोबाइल से सम्बंधित कार्यों को खोलना चाहिए ताकि उद्योगों को दिक्कतों का सामना न करना पड़े।