सीतामढ़ी/ “बचपन बचाओ आंदोलन” द्वारा बाल शोषण मुक्त गाँव बनाने की मुहिम का दिख रहा असर
✍️ हरिमोहन चौधरी, दरभंगा (बिहार)
पाँच दिवसीय जागरूकता अभियान को मिल रही सफलता
सैकड़ों छात्र-छात्रा ने अभियान के उद्देश्यों को पूर्ण करने का लिया संकल्प
डुमरा (सीतामढ़ी) : कल दिनांक 18 मार्च 2021 को बचपन बचाओ आंदोलन के द्वारा बाल श्रम ,बाल विवाह , बाल तस्करी मुक्त जिला बनाने के लिए पांच दिवसीय जागरूकता अभियान के तहत दूसरे दिन प्रखंड के मिर्जापुर पंचायत के बरहरवा गाँव एवं राजोपट्टी में सैकड़ों छात्र- छात्राओं को जागरूक कर उनके अधिकारों की जानकारी दी गई । सभी ने मिलकर संकल्प लिया कि कहीं भी बच्चों के साथ किसी भी प्रकार का शोषण होगा तो उसे रोकने के लिए पुलिस ,बचपन बचाओ आंदोलन या टोल फ्री नंबर पर शिकायत करेंगे।
“बचपन बचाओ आंदोलन” के मुकुंद कुमार चौधरी ने कहा कि दुकानों में बर्तन माजता बचपन ,कारखानों के धुए में झुलसता बचपन ,घरों में जूठा खाकर पलता बचपन ,बाल शोषण के शिकार ऐसे बच्चों की हक की आवाज अब गांव के बच्चे ही बन कर आगे आने का संकल्प लिए है निश्चित रूप से इससे एक क्रांतिकारी परिवर्तन बाल शोषण को रोकने के लिए लिए लाया जा सकेगा । जब तक गरीब का बच्चा-बच्चा शिक्षित और सुरक्षित नहीं होगा तब तक इस दिशा में बचपन बचाओ आंदोलन के संस्थापक, विश्व नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित श्री कैलाश सत्यार्थी जी के मार्गदर्शन में हमारा प्रयास जारी रहेगा ।