चंडीगढ़/ चंडीगढ़ “द सिटी ब्यूटीफुल” बनता जा रहा है “द सिटी डस्टफूल”
: न्यूज़ डेस्क :
चंडीगढ़ : “द सिटी ब्यूटीफुल” के नाम से प्रसिद्ध शहर गंदगी एवं डस्ट के कारण “द सिटी डस्टफूल” बनता जा रहा है । शहर में गंदगी अपने सम्राज्य का विस्तार करती जा रही है । शहर का शायद ही ऐसा कोई क्षेत्र हो जहाँ डस्ट नहीं उड़ता है ।
एक समय था जब शहर के पेड़ों के पत्ते हरे भरे रहते थे लेकिन आजकल अधिकांश पेड़ पौधे के पत्ते धूल के कारण मटमैले नज़र आते है । सड़को के निर्माण या मरम्मत कार्य, नाला निर्माण या मरम्मत कार्य, पाइपलाइन निर्माण या मरम्मत कार्य एवं अन्य कोई भी कार्य जिसमे खुदाई की जाती है, कार्य काफी धीमी गति से चलता है । इस कारण बाहर पड़े मिट्टी से पूरे क्षेत्र में धूल मिट्टी उड़ती रहती है । इस धूलकण से पर्यावरण तो गंदा हो ही रहा है साथ ही लोगों में बीमारियों का खतरा भी बढ़ रहा है ।
इस मुद्दे पर जब हमने आप के चंडीगढ़ संयोजक प्रेम गर्ग से बात की तो उन्होंने बताया कि शहर में हर जगह मलवे का ढेर लगा रहता है । जिससे वातावरण दूषित हो रहा है । आगे उन्होंने कहा कि जहाँ सड़क के मरम्मत की जरूरत है वहाँ मरम्मत न करवाकर अन्य अच्छी सड़कों की ही मरम्मत करवा दी जाती है । वर्तमान स्थितियों को देखते हुए तो चंडीगढ़ को “द सिटी ब्यूटीफुल” कहना कतई उचित नहीं होगा ।
काँग्रेस के पूर्वांचल सेल के अध्यक्ष रमेश शर्मा ने इस मुद्दे पर कहा कि शहर में सड़कों की ससमय मरम्मत नही होने से धूल या गंदगी उड़ती रहती है । नगर निगम प्रशासन के पास खर्च करने के लिए पैसे का अभाव है जिसके कारण शहर में साफ सफाई का कार्य सुचारू रूप से नहीं चल पा रहा है । उन्होंने शहर की इन समस्याओं को आम जनता को भी जिम्मेवार माना है जिन्होंने अपने मतों से सही पार्षदों को नहीं चुना । अगर सही पार्षद बनते तो सरकार से लड़कर अपने शहर का विकास कार्य करते और “द सिटी ब्यूटीफुल” को ब्यूटीफुल बनाकर रखते ।
सेक्टर 49 के प्रकाश चंद्र जो कि सामान्य आदमी हैं ने इस मुद्दे पर कहा कि सरकार को आम आदमी की चिंता ही नहीं है । स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं प्रशासनिक अधिकारियों के कारण ही चंडीगढ़ दूषित होता जा रहा है । आगे उन्होंने कहा कि आम लोगों को भी अब जागरूक होने की जरूरत है ।
काँग्रेस के युवा नेता सह संघर्ष विकास सभा के अध्यक्ष राजेश चौधरी ने बताया कि गंदगी व धूलकणों के शहर में कैंसर जैसी घातक बीमारियों का खतरा बढ़ रहा है । प्रशासन आम आदमी से पानी, बिजली इत्यादि कई जरूरी सामानों के बिल को कई गुना बढ़ाकर वसूलने के बाद भी आम आदमी को सुविधाएं नहीं उपलब्ध करवा रहा है । स्वच्छता से ही सबका स्वास्थ्य ठीक रहता है इसलिए स्वच्छता पर ध्यान देना अत्यावश्यक है । आगे उन्होनें कहा की अगर अब भी स्वच्छता पर ध्यान नहीं दिया गया तो वाकई चंडीगढ़ “द सिटी डस्टफूल” ही नही बल्कि “द सिटी बीमारीफुल” भी हो जाएगा ।
इस बात को तो नहीं झुठलाया जा सकता है कि कुछ वर्ष पूर्व जो साफ सफाई का स्तर था इसमें गिरवाट आई है । कुछ लोगों का तर्क है कि जनसंख्या वृध्दि हुई है लेकिन अगर जनसंख्या वृध्दि हुई है तो सरकार के आमदनी में भी तो वृद्धि हुई है । अगर प्रशासन, जनप्रतिनिधि एवं आम जन पारस्परिक सहयोग से भविष्य में कार्य करें तो चंडीगढ़ “द सिटी ब्यूटीफुल” बना रहेगा ।