दरभंगा/ महदौली, वाजितपुर में सी एम कॉलेज का एनएसएस विशेष शिविर संपन्न
✍️ हरिमोहन चौधरी, दरभंगा (बिहार)
उत्तम शिक्षा हमारी खुशहाली एवं समाज की समृद्धि का सर्वोत्तम माध्यम – डा शंभू शरण
विशेष शिविर के माध्यम से छात्रों ने एनएसएस को सर जमीन पर उतारा – प्रो विश्वनाथ
स्वयंसेवकों ने अपने सिद्धांत ज्ञान को शिविर के माध्यम से दिया व्यवहारिक रूप – डा चौरसिया
अस्मरणीय योगदान के लिए स्वयंसेवकों एवं आयोजकों का अतिथियों ने किया सम्मानित
शिविर स्थल पर अतिथियों द्वारा किया गया किया गया स्मरणीय वृक्षारोपण
दरभंगा : हम अपने आपको शिक्षित एवं स्वस्थ रखकर बेहतर तरीके से समाजसेवा तथा राष्ट्रभक्ति कर सकते हैं। स्वस्थ रहने के लिए हमें स्वच्छता का पालन तथा जीवन पद्धति को ठीक करना ही होगा। अपने सिद्धांत ज्ञान को जीवन में उतारना ही कला है। जब हम बदलेंगे, तभी समाज बदलेगा। अपने घर के समान ही सरकों,मंदिरों व अन्य सामाजिक स्थलों को स्वच्छ रखना भी हमारा प्रमुख कर्तव्य है। उक्त बातें इग्नू क्षेत्रीय केंद्र, दरभंगा के क्षेत्रीय निदेशक डा शंभू शरण सिंह ने सी एम कॉलेज,दरभंगा की एनएसएस इकाई के तत्वावधान में “शिक्षा, स्वच्छता तथा कोविड-19 जागरूकता” विषयक सात दिवसीय विशेष शिविर के समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में कहा।
क्षेत्रीय निदेशक ने कहा कि हमें अपने ज्ञान को अद्यतन करते रहना चाहिए, ताकि उसका लाभ अंततः समाज को मिल सके, क्योंकि जलता हुआ दीप ही दूसरे दीप को जला सकता है। हमें अपने अनुभवों को ज्ञान रूप में तब्दील कर अगली पीढ़ी को हस्तांतरित करना चाहिए।
सेवाकार्य से युवाओं के व्यक्तित्व का विकास होता है।उन्होंने स्वयंसेवकों से वाजितपुर मोहल्ले में व्यापक सर्वेक्षण करने का सुझाव दिया, ताकि वहां शासन व प्रशासन उसके अनुरूप विकासात्मक कार्य कर सकें।
सम्मानित अतिथि के रूप में सी एम कॉलेज, दरभंगा के इग्नू समन्वयक डा आर एन चौरसिया ने कहा कि स्वयंसेवक अपने सिद्धांत ज्ञान को शिविर के माध्यम से व्यावहारिक रूप प्रदान कर समाज को लाभ पहुंचाते हैं। शिविर से छात्रों के समाजिकरण एवं संस्कृतिकरण की गति तीव्र होती है। एनएसएस युवाओं को दिग्भ्रमित होने से बचाते हुए उनका चरित्र निर्माण करता है। यदि युवा शिक्षित, संवेदनशील, कुशल एवं राष्ट्रभक्त होंगे तो सामाजिक खुशहाली एवं राष्ट्रीय तरक्की अवश्य होगी।उन्होंने कहा कि एनएसएस व्यावहारिक ज्ञान का आधारशिला है, जिसकी भूमंडलीकरण के युग में काफी प्रासंगिकता बढ़ गई है। सेवाभावना से ही व्यक्ति महान बनता है।उन्होंने विशेष शिविर की सफलता हेतु कार्यक्रम पदाधिकारियों एवं स्वयंसेवकों को हार्दिक बधाई देते हुए शिविर के कई उपलब्धियों को रेखांकित किया।
अध्यक्षीय संबोधन में प्रधानाचार्य प्रो विश्वनाथ झा ने कहा कि विशेष शिविर के माध्यम से छात्रों ने एनएसएस को सरजमी पर उतारा है। शिविर हमारे सफर की शुरुआत है।हम बिना रुके, बिना हारे वाजितपुर का चहुमुखी विकास करेंगे।नौजवान हमेशा सामाजिक परिवर्तन लाते हुए राष्ट्र को आगे बढ़ाते हैं।हमें अपने कार्य एवं राष्ट्र से स्नेह रखते हुए समाज का कल्याण करना चाहिए। स्वयंसेवक एनएसएस के माध्यम से अपने तथा समाज के सपनों को साकार कर सकते हैं।
कार्यक्रम का प्रारंभ अतिथियों द्वारा शिविर स्थल डा अंबेडकर मॉडल स्कूल, वाजितपुर परिसर में वृक्षारोपण द्वारा हुआ। मंच पर अतिथियों का स्वागत पुष्पगुच्छ तथा स्मृतिचिह्न से किया गया। स्वागतगान तथा एनएसएस लक्ष्य गीत आस्था निगम, रोशनी कुमारी, फुल्द महफूज, पंकज तथा विजय कुमार आदि ने प्रस्तुत किया, जबकि शिविर का अनुभव स्वयंसेवक जय प्रकाश कुमार साहू व खुल्द महफूज ने प्रस्तुत किया।स्थानीय निवासियों की ओर से डा प्रेम कुमारी तथा प्रधानाध्यापक संजय कुमार ने 7 दिनों के शिविर अनुभवों को साझा किया। शिविर के दौरान पंकज कुमार साहू तथा प्रकाश कुमार झा ने जरूरतमंदों के लिए डीएमसीएच जाकर रक्तदान किया, जिसके लिए उन्हें अतिथियों द्वारा सम्मानित किया।
कार्यक्रम में उमा शंकर पासवान, विपिन कुमार सिंह, अशोक यादव, अमरजीत कुमार, पुरुषोत्तम चौधरी, नीरज कुमार, नीली रानी, निखत परवीन, मनीष कुमार, हसन राजा, निखिल कुमार झा, प्रेम कुमार सत्संगी, सौरभ कुमार तथा प्रज्ञा कश्यप आदि ने विशेष योगदान किया।
एनएसएस पदाधिकारी प्रो अखिलेश कुमार राठौर के संचालन में आयोजित समापन समारोह में शिविर की संयोजिका प्रो रितिका मौर्या ने शिविर प्रतिवेदन प्रस्तुत किया, जबकि समाजशास्त्र के प्राध्यापक प्रो संजीव कुमार ने धन्यवाद ज्ञापन किया।