चंडीगढ़/ सजोबा साइक्लोथॉन 2024 ने चंडीगढ़ में साइकिलिंग अपनाने पर दिया जोर
यूटी के बिगड़ते वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) के बारे में जागरूकता बढ़ाई, साइकिलिंग को स्थायी विकल्प के रूप में बढ़ावा दिया
चंडीगढ़ : सेंट जॉन्स ओल्ड बॉयज़ एसोसिएशन (सजोबा) ने रविवार सुबह ‘सजोबा साइक्लोथॉन 2024’ का आयोजन किया। साइकिल चालकों ने चंडीगढ़ के बिगड़ते एयर क्वालिटी इंडेक्स यानि वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) के मद्देनजर स्थायी और पर्यावरण के अनुकूल परिवहन को बढ़ावा देने और लोगों को फॉसिल फ्यूल आधारित ट्रांसपोर्ट के विकल्प के रूप में साइकिल का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से 12.5 किलोमीटर की साइकिल रैली निकाली।
इस कार्यक्रम में कुल 250 साइकिल चालकों ने भाग लिया, जिसे चंडीगढ़ के सेक्टर 26 स्थित सेंट जॉन्स हाई स्कूल से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया और वापस स्कूल में इसका समापन हुआ।
उल्लेखनीय रूप से, तीन दिव्यांग प्रतिभागियों ने नई शुरू की गई ‘स्पेशली-एबल्ड कैटेगरी’ में बड़े उत्साह और जोश के साथ रैली में भाग लिया। इस कैटेगरी को आयोजकों ने इनक्लुसीविटी को बढ़ावा देने के लिए पहली बार सजोबा साइक्लोथॉन में पेश किया था, जो इस आयोजन की सच्ची भावना को दर्शाता है।
इस अवसर पर अपने संबोधन में हरपाल सिंह मलवई, प्रेसिडेंट, सजोबा ने कहा कि “इस कार्यक्रम का आयोजन शहर में ट्रांसपोर्ट के एक सस्टेनेबल, प्रदूषण मुक्त साधन के रूप में साइकिलिंग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किया गया था। प्रदूषण के स्तर के खतरनाक स्तर पर होने और चंडीगढ़ के एक्यूआई के देश में सबसे खराब होने के साथ, हम लोगों को साइकिलिंग जैसे ग्रीन विकल्प अपनाने के लिए प्रोत्साहित करके महत्वपूर्ण बदलाव लाने की उम्मीद करते हैं। ऐसा करके, हम कार्बन फुटप्रिंट को कम कर सकते हैं और सभी के लिए एक स्वस्थ वातावरण में योगदान दे सकते हैं।”
उन्होंने कहा कि “साथ ही, हम चंडीगढ़ में मौजूद खूबसूरत साइकिल ट्रैक का उपयोग करने के महत्व को भी उजागर करना चाहते थे, यही कारण है कि हमने प्रतिभागियों से इनसे यात्रा करने के लिए कहा ताकि उन्हें लोकप्रिय बनाया जा सके। साइक्लोथॉन में सुखना झील, रॉक गार्डन, रोज़ गार्डन, सेक्टर 17 प्लाजा और चंडीगढ़ के अन्य प्रतिष्ठित स्थानों जैसे स्थलों को दिखाया गया।
दानिश मंगत, सैक्रेटरी, सजोबा ने बताया कि “प्रतिभागियों को इस कार्यक्रम में कई रोमांचक पुरस्कार दिए गए, जिनमें टी-शर्ट, कैप, रिस्टबैंड, फिनिशर्स के लिए मेडल और ई-सर्टिफिकेट शामिल हैं।”
मंगत ने बताया, “तीन दिव्यांग प्रतिभागियों को 50,000 रुपये का नकद पुरस्कार दिया गया। साइकिल रैली में भाग लेने के लिए आभार के प्रतीक के रूप में 2,100 रुपये और गिफ्ट बैग दिए गए।
यह उल्लेखनीय है कि लकी ड्रॉ में प्रीमियम क्रॉस साइकिलें प्रदान की गईं। सबसे कम उम्र के प्रतिभागियों के लिए ड्रॉ में रेयांश चौधरी (6) को एक नई साइकिल मिली; सबसे उम्रदराज प्रतिभागियों के लिए ड्रॉ में सुनील के. अरोड़ा (66) को भी एक नई साइकिल मिली और सेंट जॉन्स हाई स्कूल के जसरीत सिंह मठाड़ू को ‘स्कूल विद हाइएस्ट स्टूडेंट पार्टिस्पेशन’ के लिए आयोजित ड्रॉ में एक साइकिल मिली। उल्लेखनीय है कि आयोजन में भाग लेने वाले ज्यादातर स्कूली छात्र सेंट जॉन्स से थे। क्रॉस बाइक के साथ पुरस्कार के रूप में महिलाओं और पुरुषों दोनों के लिए लकी ड्रॉ भी आयोजित किए गए, ताकि कम्युनिटी सहभागिता को और भी ज़्यादा बढ़ावा दिया जा सके।
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि सजोबा साइक्लोथॉन पर्यावरण संबंधी मुद्दों के बारे में जागरूकता बढ़ाने और क्षेत्र के भीतर इको-टूरिज्म पहलों का समर्थन करने के लिए एक महत्वपूर्ण प्लेटफॉर्म बन गया है। इस कार्यक्रम को अमारी हिल्स, आरबीएल बैंक, क्रॉस बाइक्स, सिल्वर फर्न एजुकेशन कंसल्टेंट्स, कंधारी बेवरेजेस और चंडीगढ़ बाइट्स द्वारा सपोर्ट किया गया था, जिसमें ऑफिशियल मीडिया पार्टनर रेड एफएम था।