चंडीगढ़/ सहायता चैरिटेबल वेलफेयर सोसाइटी द्वारा आयोजित ब्रेस्ट कैंसर वॉकथॉन में बड़ी संख्या में प्रतिभागी हुए शामिल
अक्टूबर को ब्रेस्ट कैंसर जागरूकता माह के रूप में मनाया जा रहा है
चंडीगढ़ : सहायता चैरिटेबल वेलफेयर सोसाइटी ने ब्रेस्ट कैंसर (स्तन कैंसर) जागरूकता माह 2024 में, ‘पिंक अक्टूबर’अभियान के तहत शुक्रवार को ब्रेस्ट कैंसर वॉकथॉन का आयोजन किया। वॉकथॉन में 200 से अधिक लोगों ने हिस्सा लिया। सभी ने ब्रेस्ट कैंसर को लेकर जागरूक होने का संदेश भी दिया।प्रतिभागियों ने तख्तियां पकड़ रखी थीं, जिन पर स्तन कैंसर के बारे में जागरूकता फैलाने तथा इस रोग से बचाव के लिए सावधानियों के संदेश लिखे थे।
वॉकथॉन को मुख्य अतिथि डॉ. (प्रो.) सुष्मिता घोषाल, प्रोफेसर और हेड, डिपार्टमेंट ऑफ रेडियोथेरेपी एंड ऑन्कोलॉजी, पीजीआईएमईआर ने शोरूम नंबर 1, सेक्टर 17, चंडीगढ़ के बाहर से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। वॉकथॉन का समापन सेक्टर 17 के फाउंटेन प्लाजा में हुआ। प्लाजा में सहायता चैरिटेबल वेलफेयर सोसाइटी की प्रेसिडेंट रेणु सहगल ने स्वागत भाषण में ‘पिंक अक्टूबर’की थीम और महत्व के बारे में सभी को विस्तार से बताया।
कैंसर पर जीत हासिल करने वाली रेणु सैगल ने कहा कि “विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा निर्धारित ब्रेस्ट कैंसर जागरूकता माह का थीम है ‘किसी को भी अकेले ब्रेस्ट कैंसर का सामना नहीं करना चाहिए’।”
वॉकथॉन में एनसीसी और एनएसएस के स्टूडेंट्स, कार्मेल एक्स-स्टूडेंट्स एसोसिएशन (सेसा) के सदस्य, टेस्टिंग एक्सपर्ट्स, रोटरी क्लब चंडीगढ़ मिडटाउन, इनर व्हील क्लब, रोटारैक्ट क्लब आदि के प्रतिनिधि शामिल हुए। उल्लेखनीय रूप से, ब्रेस्ट कैंसर सर्वाइवर महिलाएं भी वॉक में शामिल हुईं, जिन्होंने अपनी मजबूती का प्रदर्शन किया और वर्तमान में इस बीमारी से जूझ रहे लोगों के लिए आशा की किरण जगाई।
ब्रेस्ट कैंसर से बचाव के लिए स्वास्थ्य संबंधी सुझाव साझा करते हुए डॉ. घोषाल ने कहा कि “महिलाओं को एक बेहतर और हेल्दी वजन बनाए रखना चाहिए और संतुलित और पौष्टिक आहार लेना चाहिए। उन्हें शारीरिक रूप से सक्रिय रहना चाहिए और शराब और धूम्रपान से बचना चाहिए। महिलाओं को यथासंभव लंबे समय तक स्तनपान कराना चाहिए।”
इस कार्यक्रम में ब्रेस्ट कैंसर का जल्द पता लगाने के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता पर भी जोर दिया गया। इसमें प्रतिभागियों और वक्ताओं ने समुदाय को नियमित रूप से स्तनों की स्वयं जांच करने और किसी भी तरह की अनियमितता या गांठ का संदेह होने पर डॉक्टर से सलाह लेने में संकोच न करने के लिए प्रोत्साहित किया।
सहायता चैरिटेबल वेलफेयर सोसाइटी के एडमिनिस्ट्रेटर अजय तुली ने कहा, “वॉकथॉन एक जबरदस्त रिमाइंडर है कि स्तन कैंसर के खिलाफ लड़ाई में सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता है। हमें उम्मीद है कि आज का कार्यक्रम लोगों को अपने स्वास्थ्य के प्रति सक्रिय होने के लिए प्रेरित करेगा।”
तुली ने कहा कि “सहायता चैरिटेबल वेलफेयर सोसाइटी कैंसर रोगियों की मदद करने और समुदाय में स्वास्थ्य और संपूर्ण तंदुरुस्ती को प्रोत्साहित करने के अपने मिशन के हिस्से के रूप में रोग की शुरुआत में ही पहचान और रोकथाम रणनीतियों की पक्षधारिता करने के लिए प्रतिबद्ध है।”
होम साइंस कॉलेज के स्टूडेंट्स द्वारा स्तन कैंसर जागरूकता पर एक नाटक प्रस्तुत किया गया। सर्टीफाइड ज़ुम्बा इंस्ट्रक्टर मांडवी शर्मा द्वारा एक ज़ुम्बा सेशन भी आयोजित किया गया।