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पंचकूला/ पैरामेडिकल शिक्षा को बढ़ावा देने हेतु क्षेत्र में जीडी गोयनका हेल्थकेयर एकेडमी का हुआ शुभारंभ

भारत में प्रशिक्षित पैरामेडिक्स की भारी मांग है : मोहित मेहरा, सीईओ

जीडी गोयनका एकेडमी के कोर्सेज ब्याज मुक्त बैंक लोन के माध्यम से जनता के लिए सुलभ होंगे

पंचकुला : विभिन्न पैरामेडिकल स्ट्रीम के इच्छुक उम्मीदवारों को गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण प्रदान करने के उद्देश्य से, जीडी गोयनका हेल्थकेयर एकेडमी ने इस क्षेत्र में प्रवेश किया है। जगत गुरु नानक देव पंजाब स्टेट ओपन यूनिवर्सिटी (जेजीएनडीपीएसओयू), पटियाला के वाईस चांसलर प्रो. करमजीत सिंह ने सेक्टर 20 पंचकुला से सटे पीर मुछल्ला में जीडी गोयनका हेल्थकेयर एकेडमी का उद्घाटन किया। उल्लेखनीय है कि पैरामेडिक्स हेल्थकेयर असिस्टेंट, लेबोरेटरी तकनीशियन, टेक्नोलॉजीस्टस, थेरेपिस्ट्स आदि हैं जो अस्पतालों और हेल्थकेयर सेट अप में योग्य चिकित्सा चिकित्सकों के साथ काम करते हैं।

जेजीएनडीपीएसओयू, पटियाला के वाईस चांसलर ने इस अवसर पर प्रो. करमजीत सिंह ने कहा, “मुझे यकीन है कि ट्राइसिटी में एकेडमी न केवल क्षेत्र में बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर पैरामेडिक्स के अंतर को पाटने में मददगार साबित होगी। मुझे सूचित किया गया है कि प्रस्तावित सभी कोर्सेज प्रतिष्ठित जीडी गोयनका यूनिवर्सिटी से संबद्धता में दिए गए हैं और ये इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) द्वारा मान्यता प्राप्त हैं। कोर्सेज इंटरनेशनल एक्रेडिटेशन आर्गेनाईजेशन (आईएओ) द्वारा भी मान्यता प्राप्त हैं।

जीडी गोयनका हेल्थकेयर के सीईओ मोहित मेहरा ने कहा, “भारत के हेल्थ केयर इंडस्ट्री में प्रशिक्षित पैरामेडिक्स की भारी मांग है। जीडी गोयनका हेल्थकेयर एकेडमी, जिसके पूरे भारत में 70 से अधिक सेंटर हैं इस विशाल मांग को पूरा करने में अपना योगदान देने की कोशिश कर रही है ।”

जीडी गोयनका हेल्थकेयर एकेडमी, पीर मुछल्ला के डायरेक्टर, शरत सिंह ने कहा, “हम विभिन्न पैरामेडिकल क्षेत्रों में 12 सर्टिफिकेट कोर्सेज, 7 डिप्लोमा, 8 डिग्री और 4 पोस्ट ग्रेजुएट कोर्सेज जिनमें इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन – बेसिक, ईसीजी असिस्टेंट, ब्लड बैंक तकनीशियन, साइकोथेरेपी असिस्टेंट, फार्मेसी असिस्टेंट, डेंटल असिस्टेंट, डायलिसिस तकनीशियन, एक्स-रे तकनीशियन और रेडियोलॉजी तकनीशियन जैसे कोर्सेज शामिल हैं। यहां तक कि इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) द्वारा मान्यता प्राप्त सर्टिफिकेट कोर्सेज भी एकेडमी द्वारा उम्मीदवारों को करवाये जाएंगे।

बताया गया कि सर्टिफिकेट कोर्सेज के लिए मानदंड यह है कि इनमें न्यूनतम दसवीं कक्षा उत्तीर्ण छात्र ही दाखिला ले सकते हैं और सर्टिफिकेट कोर्सेज की अवधि छह महीने से एक वर्ष के बीच होती है; डिप्लोमा और डिग्री के लिए न्यूनतम योग्यता मानदंड बारहवीं कक्षा है और मास्टर्स के लिए ग्रेजुएशन है।

स्वपन सिंह, कंसल्टेंट, जीडी गोयनका हेल्थकेयर एकेडमी, पीर मुछल्ला ने कहा, “अस्पतालों में छात्रों को क्लिनिकल इंटर्नशिप की पेशकश की जाती है और व्यावहारिक सीखने का अवसर काफी मिलता है। छात्रों को डायलिसिस की मूल बातें सिखाने के लिए एकेडमी की अपनी डायलिसिस मशीन है, अन्य प्रैक्टिकल लर्निंग सामग्री भी उपलब्ध हैं।

स्वपन ने कहा, “छात्रों को 100 प्रतिशत प्लेसमेंट सहायता दी जाती है। जो छात्र कमजोर वर्ग से आते हैं, वे 100 प्रतिशत एजुकेशन लोन का लाभ उठा सकते हैं, जो बैंकों के साथ एकेडमी की व्यवस्था के कारण ब्याज मुक्त प्रदान किया जाता है।”

शरत सिंह ने कहा कि,”हेल्थकेयर एक तेज़ गति से बढ़ने वाली इंडस्ट्री है और न केवल भारत में बल्कि विदेशों में भी रोजगार के बड़े अवसर हैं। हमें केवल कुशल पेशेवरों की आवश्यकता है, जिनका न केवल तेजी से करियर विकास होगा बल्कि नौकरी की सुरक्षा भी होगी।”