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अररिया/ संवेदक की लापरवाही के कारण भरगामा में दम तोड़ रही है नल जल योजना : भुगत रहे ग्रामीण

✍️ अंकित सिंह, भरगामा (अररिया)

भरगामा (अररिया) : प्रखंड में लोगों को पेयजल की समस्या से पिछले कई महिनों से जूझना पड़ रहा है। फिलहाल सबसे बुरा हाल भरगामा प्रखंड के सिमरबनी,शंकरपुर,जयनगर, कुसमौल,रघुनाथपुर उत्तर,रघुनाथपुर दक्षिण,पैकपार,नया भरगामा, भरगामा,रामपुरआदि,धनेश्वरी,खुटहा बैजनाथपुर विरनगर पुरव,विरनगर पश्चिम,विषहरिया,हरीपुर कला,सिरसिया हनुमानगंज, सिरसियाकला,खजुरी,मनुल्लाहपट्टी पंचायत का है। जहां मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट हर घर नल का जल योजना पूरी तरह से फेल साबित हो रही है। करोड़ों रुपए की लागत से शुरू की गई यह नल जल योजना देख-रेख के अभाव और संवेदक की लापरवाही से पिछले कई महीनों से पूरी तरह से बदहाल स्थिति में पड़ी हुई है,और लोगों को बूंद-बूंद पानी के लिए जूझना पड़ रहा है।

सरकारी आंकड़ों के मुताबिक यहां हर घर नल का जल योजना का काम पूरा हो चुका है। हर वार्ड में पानी की टंकी लगाई जा चुकी है। हर घर तक पानी के लिए पाइप बिछ चुका है और पानी के लिए नल लगाए जा चुके हैं। लेकिन जब हमने यहां की तस्वीर देखी तो चौकाने वाले खुलासे हुए।

पंचायत के लोगों खासकर महिलाओं ने बताया,कि इलाके में कुछ हीं जगहों पर नल जल योजना का लाभ मिल रहा है। पानी के लिए पाईप और नल बिछाए गए हैं। लेकिन,नल से पानी अभी तक सुचारू ढंग से शुरु नहीं हो पाया है। जब व्यवस्था शुरू की गई थी तब कुछ दिन तक पानी आया उसके बाद से पानी की आस में वो बैठी हैं। नल के पानी के इंतजार में कई महिनों का वक्त बीत चुका है।

अब बड़ा सवाल ये है,कि जहां काम हुआ है वहां के लोगों को हीं योजना का फायदा नहीं मिल रहा तो योजना का फायदा आखिर किसे मिला। शंकरपुर पंचायत के वार्ड नंबर 02,07 खजुरी पंचायत के वार्ड नंबर 01,02 कुसमौल पंचायत के वार्ड नंबर 03 सिमरबनी पंचायत के वार्ड नंबर 09,04,रघुनाथपुर उत्तर पंचायत के वार्ड नंबर 10 रघुनाथपुर दक्षिण पंचायत के वार्ड नंबर 01 सहित कई अन्य जगहों पर जब हमारी टीम हकीकत जानने पहुंची तो वहां की तस्वीरें डरावनी थी। नल जल योजना के तहत मिलने वाली पानी पिछले कई दिनों से बंद था। लोगों के घरों तक शुद्ध पेयजल पहुंचाने के नाम पर संवेदक द्वारा सिर्फ और सिर्फ खानापूर्ति किये जाने की बात ग्रामीणों ने कही।

कहीं पाइप लगी है तो टोंटी नहीं,कहीं टोंटी लगी तो पाइप नदारद,कहीं पानी की टंकी लगी है तो मोटर खराब,कहीं सब कुछ लगा है तो क्लोरीन उपलब्ध नहीं रहने के कारण पानी एकदम दूषित इस प्रकार घटिया समाग्री नल-जल योजना को मुंह चिढ़ाता नजर आ रहा है। ऐसे में हैंडपंप का गंदा पानी हीं इन क्षेत्रों के लोगों के लिए एक मात्र जीने का साधन बना हुआ है। ऐसे में सवाल उठना लाजिमी है,कि आखिर इस नल जल योजना के घोटाले का जिम्मेवार कौन है? और क्या उसे कभी सजा मिल पाएगी?

जब हमारी टीमों ने इन तमाम सवालों के जबाब के लिए 22 फरवरी गुरुवार को पीएचईडी विभाग के जेई सकीम अहमद से बात किया तो वे सारी समस्याओं को सुनकर 2 घंटे के अंतराल में शंकरपुर पंचायत के वार्ड 7 में लगे पानी टंकी का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान जेई सकीम अहमद के साथ पीएचईडी विभाग के एसडीओ दिलीप कुमार चौधरी भी शंकरपुर पहुंचे। निरीक्षण के दौरान जांच टीम ने बताया,कि ग्रामीणों की शिकायत मिली थी,कि कई दिनों से उन्हें शुद्ध पानी नहीं मिल रही है। अगर पानी मिलती भी है तो प्रत्येक दिन नहीं मिलती है। अगर दो दिन तीन दिन में पानी मिलती भी है तो कुछ मिनटों के लिए मिलती है। और जो पानी उन्हें मिलती है वो आर्सेनिकयुक्त दूषित पानी मिलती है। लोगों की ये भी शिकायत थी,कि पानी प्लांट ऑपरेटर द्वारा पानी को बढ़िया तरीके से साफ नहीं किये जाने के कारण पानी से बदबू आती है,पानी रखने के कुछ देर के बाद से हीं पानी पिले होने लगती है। इसी शिकायत को लेकर हमलोगों द्वारा स्थल निरीक्षण किया गया। निरीक्षण में कई प्रकार की समस्या मिली है,जिसे अतिशीघ्र हर हाल में संवेदक को दूर करने की हिदायत दी गई है। अगर संवेदक समय रहते हुए इन तमाम समस्याओं को दूर नहीं करते हैं और लोगों को सुचारू ढंग से शुद्ध पेयजल उपलब्ध नहीं करवाते हैं तो उनके विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई करते हुए जुर्माना भी लगाया जा सकता है।