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चंडीगढ़/ बंगाल ग्लोबल बिजनेस समिट अंतर्गत पश्चिम बंगाल सरकार ने चंडीगढ़ के उद्योगपतियों के लिए ‘रोड शो’ किया आयोजित

रीजन के कारोबारियों को ‘बंगाल ग्लोबल बिजनेस समिट’ में आमंत्रित करने के लिए रोड शो आयोजित किया गया

चंडीगढ़ : पश्चिम बंगाल सरकार 21-22 नवंबर, 2023 को कोलकाता में होने वाले ‘बंगाल ग्लोबल बिजनेस समिट’ (बीजीबीएस) के 7वें एडीशन के आयोजन की तैयारी बड़े जोर-शोर से कर रही है। इस कार्यक्रम की तहत, पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा अपने राज्य में व्यापार और निवेश के अवसरों का पता लगाने और द्विपक्षीय संबंधों और सहयोग को मजबूत करने के लिए चंडीगढ़ में एक रोड शो का आयोजन किया गया।

एसोचैम के सहयोग से पश्चिम बंगाल सरकार ने चंडीगढ़ के कारोबारियों और उद्योगपतियों के साथ एक इंटरैक्टिव सेशन की मेजबानी की। इस सेशन में पश्चिम बंगाल के कुछ प्रमुख व्यापारिक समूह और चंडीगढ़ के कई प्रमुख उद्योगपति एक साथ आए।

एसोचैम चंडीगढ़ यूटी डेवलपमेंट काउंसिल के को- चेयरमैन और हीलिंग सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, चंडीगढ़ के मैनेजिंग डायरेक्टर, दृशमीत सिंह बुट्टर ने आयोजन में शामिल होने के लिए आए प्रतिभागियों का स्वागत किया और राज्य में अवसरों के बारे में बात करते हुए पश्चिम बंगाल की निवेशकों के लिए अनुकूल पॉलिसीज के बारे में जानकारी दी।

पश्चिम बंगाल सरकार के मुख्यमंत्री और वित्त विभाग के प्रिंसिपल चीफ एडवाइजर डॉ. अमित मित्रा, जो कैबिनेट मंत्री का दर्जा भी रखते हैं, ने आयोजन के दौरान मुख्य संबोधन दिया। उन्होंने अपने संबोधन की शुरुआत भारत के स्वतंत्रता संग्राम में बंगाल और पंजाब के योगदान को भावनात्मक रूप से जोड़ते हुए की और इस परंपरा को जारी रखने के लिए नई साझेदारी का निमंत्रण दिया। बंगाल की ताकत बताते हुए उन्होंने साझा किया कि आरबीआई की एक स्टडी से पता चलता है कि नेट वैल्यू एडेड के मामले में बंगाल चौथा सबसे बड़ा राज्य है और यही बंगाल आने का प्रमुख आकर्षण भी है।

उन्होंने दो-तरफा संबंध बनाने पर भी जोर दिया। उन्होंने उद्योग जगत को बीजीबीएस आने और विदेशी प्रतिनिधिमंडलों से मिलने के लिए आमंत्रित किया।

पश्चिम बंगाल सरकार के तकनीकी शिक्षा, प्रशिक्षण और कौशल विकास विभाग के प्रमुख सचिव, अनूप कुमार अग्रवाल, आईएएस ने स्किल और टेक्निकल एजुकेशन के क्षेत्र में महत्वपूर्ण प्रगति पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि बंगाल तीसरा देश का सबसे बड़ा कार्यबल प्रदान करता है, जो देश के कुल कार्यबल का लगभग 7.2 प्रतिशत है।

निखिल निर्मल, आईएएस, प्रबंध निदेशक, पश्चिम बंगाल लघु उद्योग विकास निगम लिमिटेड (डब्ल्यूबीएसआईडीसीएल), पश्चिम बंगाल सरकार, ने पश्चिम बंगाल में तेजी से बढ़ रहे एमएसएमई सेक्टर के बारे में जानकारी प्रदान की। उन्होंने बताया कि पश्चिम बंगाल 89 लाख से अधिक एमएसएमई का घर है जो इसे भारत में एमएसएमई सेक्टर में दूसरा सबसे बड़ा राज्य बनाता है। राज्य के प्रत्येक जिले में एक एमएसएमई सुविधा केंद्र है और एमएसएमई क्षेत्र को संभालने के लिए हर महीने प्रत्येक जिले में एक फाइनेंस क्लिनिक आयोजित किया जाता है।

हरीश, आईएफएस, एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर, पश्चिम बंगाल औद्योगिक विकास निगम लिमिटेड (डब्ल्यूबीआईडीसी), पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य के औद्योगिक परिदृश्य के विभिन्न पहलुओं के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियां साझा की। उन्होंने पिछले बीजीबीएस कार्यक्रमों, हस्ताक्षरित एमओयू की संख्या, भागीदार देशों सहित वैश्विक भागीदारी और राजदूतों की भागीदारी के बारे में भी उपयोगी जानकारी प्रदान की।

एसोचैम पूर्वी क्षेत्र हेल्थकेयर काउंसिल के सदस्य और मेडिका हॉस्पिटल्स प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर और प्रेसिडेंट कोमल दशोरा ने इंडस्ट्री की मदद के लिए सरकार द्वारा की गई कई नई पहलों, जैसे एक अधिकारी, एक परियोजना (वन ऑफिसर, वन प्रोजेक्ट) मॉडल आदि के बारे में बात की।

एसोचैम पूर्वी क्षेत्र ऊर्जा क्षेत्र परिषद के अध्यक्ष और इंडिया पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (आईपीसीएल) के पूर्णकालिक डायरेक्टर सोमेश दासगुप्ता ने बंगाल में सभी औद्योगिक जरूरतों के लिए गुणवत्तापूर्ण बिजली की अच्छी खासी उपलब्धता के बारे में जानकारी प्रदान की। उन्होंने कारोबारियों और उद्योगपतियों को दुर्गापुर आसनसोल इंडिस्ट्रयल बेल्ट के विकास के बारे में अपने स्तर पर अनुभव करने के लिए आमंत्रित किया जो सबसे अधिक प्रतिस्पर्धी दरों पर बिजली प्रदान करता है।

एसोचैम मैन्युफैक्चरिंग काउंसिल, ईस्ट के सदस्य और मेगाथर्म इंडक्शन लिमिटेड के वाइस प्रेसिडेंट, सेल्स, सुचिन्त्य पॉल ने मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में अवसरों पर चर्चा की। दर्शकों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि बंगाल रणनीतिक स्थान और डेमोग्राफिक लाभ प्रदान करता है।

परमिंदर जीत कौर, सीनियर डायरेक्टर, ईस्ट एंड नॉर्थ ईस्ट हैड, ईस्टर्न रीजन डेवलपमेंट काउंसिल, एसोचैम ने कहा कि चंडीगढ़ में यह आयोजन पश्चिम बंगाल और चंडीगढ़ और पूरे देश में विभिन्न हितधारकों के बीच अधिक आर्थिक सहयोग की दिशा में एक लंबी यात्रा की शुरुआत का प्रतीक है। इससे आने वाले समय में सभी को लाभ होगा।