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चंडीगढ़/ ट्राईसिटी के हिम्स हॉस्पिटल और शुद्धि क्लिनिक्स में लोगों को रोगों से मुक्त बनाने के लिए शुरू हुआ काढ़ों का लंगर

चंडीगढ़ : हिम्स (हॉस्पिटल एंड इंस्टीट्यूट ऑफ इंटीग्रेटेड मेडिकल साइंसेज) एक ऐसा संस्थान है जो प्राकृतिक हीलिंग और आयुर्वेद के माध्यम से कई गंभीर बीमारियों का इलाज करता है। हिम्स आयुर्वेद से किडनी फेल,लीवर फेल, कैंसर व हार्ट प्रॉब्लम जैसी गंभीर बीमारियों का सफल इलाज करने के लिए जाना जाता है। चंडीगढ़ के निकट मोहाली जिले में स्थित हिम्स हॉस्पिटल में और चंडीगढ़ ट्राईसिटी के शुद्धि क्लिनिकस में निःशुल्क काढ़ों का लंगर शुरू हुआ है ।

योग व मेडिटेशन गुरु और हिम्स के संस्थापक आचार्य मनीष ने कहा, “काढ़े के लंगर के माध्यम से हमने सामान्य जनता की इम्युनिटी बढ़ाने और उन्हें रोग मुक्त बनाने का प्रयास किया है। इस लंगर में हम हर हिम्स हॉस्पिटल और शुद्धि क्लिनिक में मुफ्त में काढ़े जनता को उपलब्ध करवा रहे है और उनको बनाने के विधि भी सिखा रहे है ताकि वे एक सवस्थ जीवन जी सके। हमारा लक्ष्य हमेशा यह रहा है कि हम बड़ी बीमारियों के इलाज के साथ-साथ जीवनशैली को भी स्वस्थ बना सकें।चंडीगढ़ ट्राईसिटी के अलावा पूरे भारतवर्ष के सभी हिम्स हॉस्पिटलस में और शुद्धि क्लिनिकस में ये मुहिम चलाई जा रही है”

दिन विशेष काढ़ों का संचालन:

1. सोमवार- लीवर शुद्धि काढ़ा: सोमवार को लीवर शुद्धिकाढ़े का लंगर लगाया जाता है,जिससे लीवर के स्वास्थ्य को सुधारा जा सकता है और लिवर सिरोसिस जैसी गंभीर बीमारियों से बचा जा सकता है।

2. बुधवार- हार्ट शुद्धि काढ़ा: बुधवार को हार्ट शुद्धि काढ़े का लंगर लगाया जाता है,जो ह्रदय रोगों के खिलाफ मदद करता है और हार्ट अटैक व स्ट्रोक जैसी गंभीर बीमारियों से बचा जा सकता है।

3. शुक्रवार- किडनी स्टोन रिमूवल काढ़ा: इस दिन किडनीस्टोन को दूर करनेके लिए काढ़े का लंगर लगाया जाता है, जो किडनी स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है।

4. शनिवार- किडनी शुद्धि काढ़ा: शनिवार को किडनी को शुद्ध करने के लिए काढ़े का लंगर लगाया जाता है,जिससे किडनी फेलियर जैसी समस्याएं दूर होती है।

ज्ञात हो कि हिम्स आयुर्वेद से इलाज के लिए भारत में एक प्रमुख नाम है। हिम्स एक इंटीग्रेटेड अस्पताल है जो अपने रोगियों का आयुर्वेद के साथ-साथ प्राकृतिक चिकित्सा, होम्योपैथी और आहार चिकित्सा से इलाज करता है।इस संस्थान में रोगों का इलाज केवल आयुर्वेद से किया जाता है, बल्कि प्राकृतिक चिकित्सा, होम्योपैथी, आहार चिकित्सा, और पंचकर्म जैसी विभिन्न चिकित्सा प्रक्रियाएँ भी अपनाई जाती हैं। हिम्स में न केवल इन काढ़ों का लंगर किया जाता है, बल्कि इनको बनाने की विधि भी सिखाई जाती है ताकि लोग इनका आमतौर पर सेवन कर सकें।

हिम्स का प्रयास गंभीर बीमारियों को प्राकृतिक हीलिंग के माध्यम से संभव करना और सामान्य जनता को स्वस्थ जीवन की ओर अग्रसर करना है। हिम्स के द्वारा आयोजित किए गए काढ़ा लंगर के माध्यम से लोग न केवल अपने इलाज को प्रबंधित कर सकते है, बल्कि वे अपने स्वास्थ्य को भी सुधार भी सकते है। हिम्स की इस महत्वपूर्ण पहल का समर्थन करना हम सभी की जिम्मेदारी है, ताकि हम अपने स्वास्थ्य को सुधारने के लिए उपयुक्त और सही दिशा में कदम बढ़ा सकें।