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चंडीगढ़/ हिमाचल भवन में सिल्क इण्डिया “फेस्टिवल और विवाह स्पेशल” प्रदर्शनी का हुआ शुभारंभ

चंडीगढ़ : सेक्टर- 28 में स्थित हिमाचल भवन में, सिल्क इंडिया की “फेस्टिवल और विवाह स्पेशल” प्रदर्शनी का शुभारंभ हुआ है । इस प्रदर्शनी में ग्राहकों को शुद्ध सिल्क की पूरी गारंटी वाली बेहतरीन कलेक्शन प्राप्त होगी, खासकर यहाँ विवाह और आने वाले त्योहारों के लिए नवाचारपूर्ण डिज़ाइन की साड़ियों का बहुत अच्छा विकल्प मिलेगा ।

ग्रामीण हस्तकला विकास समिति ने इस सिल्क इंडिया प्रदर्शनी का आयोजन किया है जहाँ देशभर के अलग-अलग राज्यों से आये 70 से अधिक श्रेष्ठ हथकरघा और डिजाइनरों द्वारा उनके खुद तैयार की गई सिल्क की साड़ियों का लुभावना कलेक्शन यहाँ ग्राहकों के लिए उपलब्ध है जिसे आमतौर पर बाजारों में नहीं पाया जा सकता है। सिल्क इंडिया की “फेस्टिवल और विवाह स्पेशल” प्रदर्शनी हिमाचल भवन में 9 अक्टूबर 2023 तक चलेगी। आने वाले विवाह और त्योहार सीज़न को ध्यान में रखते हुए, खासकर करवाचौथ के लिए, खास सिल्क साड़ियों की नवीनतम और अद्वितीय वैरायटी का विस्तार किया गया है। इसके साथ ही, साड़ियों के साथ-साथ ड्रेस मटेरियल और फैशन ज्वैलरी का भी एक लुभावना कलेक्शन प्रस्तुत किया गया है।

यह प्रदर्शनी सुबह 11 बजे से रात 8.30 बजे तक खुली रहेगी और यहां ग्राहकों की एंट्री मुफ्त है। सिल्क इंडिया “फेस्टिवल और विवाह स्पेशल” प्रदर्शनी में तमिलनाडु से कोयंबटूर सिल्क, कांजीवरम सिल्क, कर्नाटक से बेंगलुरु सिल्क, क्रेप, और जॉर्जेट साड़ियों, रॉ सिल्क मैटेरियल, आंध्र प्रदेश से कलमकारी, पोचमपल्ली, मंगलगिरी ड्रेस मटेरियल, उपाडा, गड़वाल, धर्मावरण, प्योर सिल्क, जरी साड़ियां, बिहार से तसर, कांथा, भागलपुरी सिल्क, हैंड प्रिंट, और खादी सिल्क की अद्वितीय वस्त्रों का व्यापक संग्रह है, जो ग्राहकों को देखने और खरीदने का अद्वितीय अवसर प्रदान करेगा।

ग्रामीण हस्तकला विकास समिति के प्रवक्ता और आयोजक, श्री जयेश कुमार ने बताया कि भारत में सिल्क का कपड़ा बड़ी मात्रा में बनता है और यह हमारी संस्कृति का महत्वपूर्ण हिस्सा है। सिल्क के साथ-साथ, फैशन और पारंपरिकता का भी एक मेल होता है, जिसके कारण यह गांव और शहर दोनों में महत्वपूर्ण है। सिल्क का बाजार हिंदुस्तान के बाहर भी बड़े रूप में फैल चुका है। तसर सिल्क, मटका सिल्क, और रेशमी कुर्ते देश और विश्वभर में मांग में हैं।

उन्होंने बताया कि सिल्क इंडिया “फेस्टिवल और विवाह स्पेशल” प्रदर्शनी में बिहार के प्रसिद्ध बुनकर बिहार से भागलपुर टस्सर, कोसा, और खादी सिल्क, छत्तीसगढ़ से कान्था, ट्रायबल वर्क, कोसा, और घीचा साड़ियां, उत्तर प्रदेश से बनारस सिल्क, जामदानी, और लखनऊ चिकन, पश्चिम बंगाल से बालूचरी, कान्था, तंगेल, और जामदानी साड़ियां, मध्य प्रदेश से चन्देरी व माहेश्वरी साड़ियां, कर्नाटक से क्रेप प्रिन्टेड व बैंगलोर सिल्क साड़ियां, राजस्थान की सांगानेरी प्रिन्ट, बन्धेज व ब्लॉक प्रिन्ट, आंध्र प्रदेश से गढ़वाल, धर्मावरम, वेंकटगिरी, मंगलगिरी साड़ियां, उड़ीसा की बोमकाई सिल्क, सम्भलपुरी सिल्क, तमिलनाडू से कोयम्बटोर कॉटन व कांजीवरम सिल्क, उपाड़ा, कलमकारी व पोचमपल्ली साड़ियां, जम्मू कश्मीर की पशमीना, एम्ब्रोयडर्ड व तवी सिल्क साड़ियां, असाम की मूंगा व ऐरी सिल्क साड़ियां और गुजरात की अजरक प्रिन्ट, कच्छ एम्ब्रोयडरी, पटोला व बान्धनी साड़ियां का विशेष आकर्षण है।

इस प्रदर्शनी में श्रेष्ठ हथकरघा और डिज़ाइनरों द्वारा बनाई गई 1,50,000 से अधिक विभिन्न सिल्क की नवाचारपूर्ण वेरायटी का प्रदर्शन होगा, और बुकिंग के माध्यम से उपभोक्ताओं को 40 प्रतिशत तक की विशेष छूट भी उपलब्ध होगी, जिससे यह आयोजन और भी आकर्षक होगा।