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चंडीगढ़/ अनन्था लक्ष्मी संयुक्त राष्ट्र युवा जलवायु राजदूत और नोव्या ज्योति यूएनवाईसीसी के स्वयंसेवक (वॉलंटियर) के रूप में हुई चयनित

चंडीगढ़ : पीजीजीसीजी, सैक्टर 42 की सुश्री अनन्था लक्ष्मी एमके को यूनाइटेड नेशंस यूथ फॉर क्लाइमेट चेंज (यूएनवाईसीसी) द्वारा संयुक्त राष्ट्र युवा जलवायु राजदूत के रूप में चुना गया है तथा ऑनर्स भूगोल की द्वितीय वर्ष की छात्रा सुश्री नोव्या ज्योति को यूएनवाईसीसी के स्वयंसेवक (वॉलंटियर) के रूप में चयनित किया गया है। कॉलेज प्रशासन और यूएनवाईसीसी दोनों की ओर से नोव्या, अनन्था व उनके अभिभावकों को बधाई प्रदान की गई। यह सम्मान उनकी विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से जलवायु परिवर्तन को संबोधित करने के प्रति उनके असाधारण समर्पण को उजागर करता है।

ज्ञात हो कि यूएनवाईसीसी एक विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त संगठन है जो जलवायु कार्रवाई और सतत विकास की वकालत करने के लिए दुनिया भर के युवा नेताओं को एकजुट करता है। संयुक्त राष्ट्र युवा जलवायु राजदूत और वालंटियर के रूप में दोनों छात्राओं की नियुक्ति उनके नेतृत्व गुणों, नवीन विचारों और सकारात्मक पर्यावरणीय प्रभाव डालने के जुनून को दर्शाती है।

अपने कॉलेज के वर्षों के दौरान, सुश्री नोव्या ज्योति की भूगोल और जलवायु अध्ययन में गहरी रुचि स्पष्ट रही है। उन्होंने इंटरकॉलेजिएट और इंट्राकॉलेजिएट दोनों स्तरों पर कॉलेज के नेतृत्व वाली भूगोल गतिविधियों में सक्रिय रूप से भाग लिया, जिससे उनके आसपास के लोगों को सतत विकास और जलवायु संरक्षण में योगदान करने के लिए प्रेरणा मिली।

संयुक्त राष्ट्र युवा जलवायु राजदूत के रूप में सुश्री अनन्था सार्थक परिवर्तन लाने के लिए साथी युवा राजदूतों के साथ सहयोग करते हुए अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलनों में भाग लेंगी। वह जलवायु संबंधी मुद्दों के बारे में जागरूकता बढ़ाने और वैश्विक जलवायु स्थिति में सुधार लाने के उद्देश्य से की गई पहलों में योगदान देने के लिए सोशल मीडिया का भी उपयोग करेंगी।

कॉलेज की प्राचार्या प्रो निशा अग्रवाल ने कहा कि हम इस उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए दोनों छात्राओं को हार्दिक बधाई देते हैं। जलवायु परिवर्तन को संबोधित करने के प्रति उनका समर्पण हम सभी के लिए प्रेरणा है, और हमें विश्वास है कि वह संयुक्त राष्ट्र युवा जलवायु राजदूत और वालंटियर के रूप में अपनी भूमिका में उत्कृष्टता प्राप्त करेंगी। हम सभी के लिए एक स्थायी और लचीले भविष्य में उनके निरंतर योगदान को देखने के लिए उत्सुक हैं। आगे प्राचार्या ने दोनों को शुभकामनाएँ प्रदान की और उज्ज्वल भविष्य हेतु आगे बढ़ते रहने का आशीर्वाद दिया ।