✍️ अमरेश कुमार, सुपौल
नेपाल व भारत के दर्जनों मामले में वांछित था नेपाल का ये अपराधी
सुपौल : भारत नेपाल पुलिस के लिए सरदर्द बना कुख्यात अंतरराष्ट्रीय अपराधी राजकुमार यादव उर्फ आरके यादव उर्फ नेपाली माओवादी की गिरफ्तारी के बाद दोनों ही देश के सीमावर्ती इलाके के लोगों ने चैन की सांस ली है। आरके यादव के साथ अपराध जगत से जुड़े इनके दो अन्य साथियों को भी पकड़ा गया है। जिन्हें भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।
सुपौल एसपी मनोज कुमार ने यह जानकारी देते हुए बताया कि आरके यादव को इंटरपोल काफी अर्से से तलाश रही थी। कुख्यात की गिरफ्तारी को लेकर इंटरपोल की तरफ से रेड कॉर्नर भी जारी किया गया था। नेपाल और भारत के सीमाई इलाके में दहशत का पर्याय बन पुलिस को चकमा देने में माहिर गिरोह के सरगना व गुर्गे की गिरफ्तारी में सुपौल पुलिस की भूमिका प्रशंसनीय है। गिरोह को पकड़ने में शामिल विशेष टीम को प्रशंसा पत्र के साथ पुरस्कृत किये जाने की घोषणा सुपौल एसपी ने की है।
घटनाक्रम को लेकर बताया गया कि उक्त गिरोह द्वारा नेपाल के सिरहा जिले के सोमनाथ यादव बेरियापट्टी 5 झिझोल का अपहरण कर भारतीय भूभाग में लाने व हत्या कर देने से जुड़े मामले में अपहर्ताओं की गिरफ्तारी व स्वीकारोक्ति बयान के बाद पूरे घटनाक्रम को उजागर किया गया है। नेपाल से अपहृत किये गए सोमनाथ के अपहरण को लेकर नेपाल पुलिस आरके की तलाश काफी अर्से से कर रही थी। लेकिन नजदीकी सरहद का फायदा उठाते हुए अपहर्ताओं ने सोमनाथ को मधुबनी के कुछ स्थानों व सुपौल में छुपा कर रखे जाने की सूचना भारतीय पुलिस को दी गई। इसके बाद सकुशल रिहाई को लेकर सुपौल पुलिस की गठित टीम द्वारा धड़पकड़ तेज कर दी गई।
बताया गया कि 9 अप्रैल 21 को नेपाल स्थित सिरहा से सोमनाथ यादव का अपहरण कर लिया गया था। अपहरण के बाद डेढ़ करोड़ नेपाली करेंसी की मांग अपहर्ताओं ने परिजनों से की थी। हाई प्रोफाइल घटना के बाद सक्रिय हुई नेपाली पुलिस की दबिश के बाद अपहर्ता सोमनाथ को लेकर भारतिय सीमा में प्रवेश कर गए थे। टीम को सूचना मिली कि अपहर्ताओं ने सोमनाथ को निर्मली थाना अंतर्गत महुआ में उमेश यादव के मवेशी चारा रखने के लिए बनाए गए घर मे छुपा कर रखा गया है। जिसके बाद निर्मली थाना में राजकुमार यादव सहित अन्य पांच के विरुद्ध मामला दर्ज कर लिया गया। कांड में शामिल एक अपराधकर्मी सतीश कुमार यादव विशनपुर फुलकाही थाना फुलपरास जिला मधुबनी की गिरफ्तारी ने घटना में अपनी संलिप्तता की स्वीकार करते हुए सोमनाथ अपहरण की पूरी कहानी पुलिस के समक्ष रख दी। स्वीकारोक्ति बयान में सतीश ने हर राज पर से पर्दा हटाते हुए कहा कि पुलिस के बढ़ते दबाव व गिरफ्तारी के भय से सोमनाथ की हत्या गोलीमार कर कर दी और लाश को कोसी नदी में बहा दिया । सतीश के इस बयान के बाद गोताखोरों की मदद से कोसी नदी से शव बरामदगी का प्रयास किया गया लेकिन नदी में बढ़ते पानी की वजह से लाश नही मिल सकी । हत्या के प्रमाणिकता को लेकर साक्ष्य संकलन के लिए घटना के मुख्य अभियुक्त राजकुमार यादव के ससुराल से सोमनाथ का मोबाइल बरामद करते हुए आरके को पकड़ कर गुड़गांव हरियाणा से घटनास्थल पर लाया गया । जिसे सत्यापित करने हेतु सोमनाथ के परिजन व नेपाली पुलिस से पहचान कराई गई। इसके बाद घटना में उपयोग में लाये गए स्कार्पियो और शामिल एक अन्य अपराधी रामानंद यादव पिता हरेराम यादव साकिन जटही टेंगरार मधुबनी को भी गिरफ्तार कर लिया गया।
अपहरणकांड का खुलासा करते हुए सुपौल पुलिस के मुताबिक मुख्य सरगना राजकुमार पर भारत में खासकर सुपौल व मधुबनी जिले में दर्जनों मामले दर्ज है। वही अपने कारनामो से लोगों में दहशत कायम करने में अब तक सफल रहे कुख्यात पर नेपाल में भी अपहरण हत्या डकैती बम ब्लास्ट हथियार तस्करी सहित अन्य दर्जनों मामले दर्ज है।अंतरराष्ट्रीय पुलिस के लिए सरदर्द बना राजकुमार नेपाली भूमिगत संगठन का सैन्य कमांडर भी बताया जा रहा है। सीमाई इलाके में राजकुमार का दबदबा वर्षो से कायम था बढ़ते आपराधिक गतिविधि के बाद नेपाल पुलिस ने कुख्यात की गिरफ्तारी के लिए इंटरपोल की मदद मांगी इसके बाद ही राजकुमार पर रेडकोर्नर जारी किया गया।पकड़ा गया कुख्यात राजकुमार उर्फ रामकुमार सुखीपुर नेपाल के सिरहा जिले के फुलकाहापट्टी थाना सुखीपुर का रहने वाला बताया जा रहा है। इस पूरे घटनाक्रम के उद्भेदन के लिए बनाए टीम में शामिल सभी पुलिस अधिकारी और बल को उल्लेखीनय कार्य करने के लिए प्रशंसा पत्र दिया गया।