सहरसा

सहरसा/ टीकाकरण सत्र में निर्धारित स्थानों पर बच्चों का टीकाकरण जरूरी : जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी

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शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर बच्चों को मुक्त में दिया जा रहा टीका

जिले में पूर्ण टीकाकरण का औसत 95.92 प्रतिशत से बढ़कर इस महीने 97.18% हो गया

सहरसा : बच्चे के जन्म के साथ समय-समय पर उसका टीकाकरण करवाना आवश्यक है। नियमित टीकाकरण न करवाने वाले बच्चे जानलेवा बीमारी से ग्रसित हो सकते हैं। जन्म से लेकर 16 साल तक की उम्र तक बच्चे के लिए हर टीका बहुत जरूरी है, क्योंकि यह उसे कई गंभीर बीमारियों से बचाता है। जिले में चल रहे नियमित टीकाकरण सत्र स्थल पर बच्चों को टीके लगाए जा रहे हैं।

जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ.कुमार विवेकानंद ने बताया जिले में पिछले महीने पूर्ण टीकाकरण का औसत 95.92 प्रतिशत रहा था जो कि इस महीने बढ़कर 97.18% हो गया है । यह जिले के लिए खुशी की बात है। जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी ने कहा कि इसमें जिलाधिकारी आनंद शर्मा के नेतृत्व में जिला स्वास्थ्य समिति की मासिक बैठक के दौरान दिये गये दिशा-निर्देश एवं मार्गदर्शन ने भी काफी अहम भूमिका निभायी है। जिलाधिकारी द्वारा जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक के दौरान दिये गये निर्देशों का अक्षरश अनुपालन किया गया है । जिससे इस बड़े लक्ष्य की प्राप्ति आसान हुई । उन्होंने आमजनों से अपील की है कि आप अपने नजदीकी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सदर अस्पताल, टीकाकरण सत्र पर बच्चों का टीकाकरण अवश्य कराएं ।

जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारी व कर्मी नियमित टीकाकरण के प्रति लोगों को जागरूक करते हुए टीकाकरण सत्र स्थल पर ले जाने के लिए प्रयासरत रहे। इससे अधिक से अधिक लोगों द्वारा अपने बच्चों को टीका लगवाने में एक बड़ी सफलता पायी गई । साथ ही जिले के सभी स्वास्थ्य केन्द्रों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी सहित प्रखंड कायर्क्रम प्रबंधक, प्रखंड सामुदायिक उत्प्रेरक एवं प्रखंड स्तर के सभी स्वास्थ्य कर्मी इस बड़ी उपलब्धि के लिए बधाई के पात्र हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि हम अगर इसी तरह अपने कर्तव्य का पालन करते रहे तो हम 100% टीकाकरण के लक्ष्य को जल्द ही हासिल कर लेंगे ।

जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ.कुमार विवेकानंद ने कहा इस अभूतपूर्व सफलता के लिए जिले के सभी कोल्ड चेन हैण्डलर, टीका वितरण में लगे स्वास्थ्य कर्मी एवं टीकाकरण सत्र स्थल पर वैक्सीन पहुंचाने में लगे कुरियरों के कार्यों की अनदेखी नहीं की जा सकती है। जिले को मिली इस सफलता में उनकी काफी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। वे इस कार्य को ससमय सम्पादित करने में लगे रहे । इसमें जिला स्वास्थ्य समिति के जिला कार्यक्रम प्रबंधक विनय रंजन की भी सराहनीय भूमिका रही है ।

जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी ने इस सफलता के लिए स्वास्थ्य विभाग के सहयोगी संस्थाओं खासकर डब्ल्यूएचओ, यूनिसेफ, केयर इंडिया, यूएनडीपी,जपाइगो,सीफार आदि सहित हितधारी संगठनों आईसीडीएस, जीविका, पंचायती राज आदि के जिला एवं प्रखंड स्तर के पदाधिकारी सहित आशा, जीविका दीदी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता आदि सभी से प्राप्त आपेक्षित सहयोग के लिए उनका आभार व्यक्त किया।


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