पुटा को प्राइवेट लिमिटेड कंपनी बनाने वालों से मुक्ति दिलाएंगे : प्रो. नवदीप गोयल
पुटा को प्रेशर ग्रुप की तरह स्थापित करेंगे : प्रो. रतन सिंह
चण्डीगढ़ : पंजाब यूनिवर्सिटी टीचर्स एसोसिएशन (पुटा) चुनाव के लिए प्रो. नवदीप गोयल की रतन- कश्मीर टीम ने मंगलवार को प्रेस मीट के दौरान चुनावी मुद्दों पर चर्चा करते हुए कहा कि उनका पैनल शिक्षकों को सशक्त बना कर उनकी एकता एवं उनके अधिकारों की रक्षा हेतु प्रतिबद्ध है। प्रो. रतन सिंह ने कहा कि पुटा केवल कुछ लोगों के विशेषाधिकार के लिए नहीं है। एक टीम के रूप में इसकी गतिशील प्रभावकारिता और लोकतांत्रिक कार्यप्रणाली को बहाल करने के लिए इस संस्था को पुनर्जीवित करना उनके पैनल का लक्ष्य है।
चुनावों में अपने पैनल की जीत को लेकर आश्वत प्रो. नवदीप गोयल ने कहा कि पुटा को कुछ लोगों ने प्राइवेट लिमिटेड कंपनी बना कर रख दिया हुआ है और हर साल वही-वही चेहरे म्यूजिकल चेयर्स खेलते हुए पदों की अदला-बदली करके इस संस्था पर कब्ज़ा किये बैठे हुए हैं जिनसे मुक्ति दिलाना ही उनका मकसद है। उन्होंने कहा कि हम अपने सभी संकाय सदस्यों के सामने आने वाली चुनौतियों का समाधान खोजने और उनका समाधान खोजने के लिए प्रतिबद्ध हैं, चाहे उनकी स्थिति या वरिष्ठता कुछ भी हो। उनका मिशन पीयू संकाय के लिए आत्म-सम्मान और गरिमा सुनिश्चित करना है । पिछले सालों में कुछ चहेते लोगों को ही लाभ मिला है । हमारा उदेश्य सब शिक्षकों की समस्याओं का समाधान कराना रहेगा।
उन्होंने बताया कि उनके पैनल के मेनिफेस्टो में शिक्षकों के हितों को ध्यान में रखते हुए विभिन्न महत्वपूर्ण मुद्दे शामिल हैं जिन्हें हासिल करने के लिए 2023-24 में अथक प्रयास करेंगे।
प्रो. रतन सिंह ने मेनिफेस्टो की बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इसे अनुभवी सीनेटर प्रो. नवदीप गोयल की देखरेख में शिक्षकों के हितों को ध्यान में रख कर तैयार किया गया है। इसमें किए गए वायदों में सातवें वेतनमान का लंबित ऐरिअर दिलवाना, डेंटल कॉलेज फेकल्टी के लिए सीएएस प्रमोशन करवाना, पास्ट सर्विस का लाभ दिलवाना, क्लॉज 6.3 का समाधान, नियमित जीबीएम और पुटा की मीटिंग्स, सभी के लिए ओल्ड पेंशन स्कीम बहाल करवाना, घरों के नियमित रखरखाव करवाना, 2016 के बाद की पीएच.डी. इन्क्रीमेंट, केंद्र सरकार के नियमों के अनुसार चाइल्ड केयर लीव दिलवाना, कैंपस में सुरक्षा और यातायात प्रबंधन, सेवानिवृत्ति की आयु 65 वर्ष तक बढ़वाना, फास्ट ट्रैक फैकल्टी भर्ती करवाना, एक व्यक्ति एक पद नियम की पालना, फैकल्टी के लिए कैशलेस स्वास्थ्य देखभाल योजना, रेमुनरेशन संबंधी जानकारी एग्जाम पोर्टल पर लाना, फैकल्टी के लिए इन्फ्रास्ट्रक्चर की आवश्यकता को पूरा करना, एआरओ स्तर पर बाधाओं को दूर करना, किसी भी दुर्घटना की स्थिति में संकाय सदस्यों के लिए 20 लाख की समूह बीमा पॉलिसी, कॉन्ट्रैक्ट फैकल्टी की चुनौतियों का समाधान, पीयू परिसर को बन्दर एवं आवारा कुत्तों से मुक्त बनाना, प्रशासनिक और वित्तीय प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करना, ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से गेस्ट हाउस बुकिंग को सुविधाजनक बनाना तथा पानी की टंकी की क्षमता का विस्तार व फैकल्टी आवासों में बेहतर इंटरनेट कनेक्टिविटी, कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) निधि के अधिग्रहण की सुविधा के लिए समर्पित मंच आदि मुद्दे शामिल हैं।
इस अवसर पर रतन-कश्मीर टीम के अन्य उम्मीदवार कश्मीर सिंह, सुमन सुम्मी, दीप्ति गुप्ता, कविता तनेजा, विशाल शर्मा, अनुपम बाहरी आदि भी मौजूद रहे।