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सहरसा/ जिला पदाधिकारी ने आरटीपीसीआर जांच लैब का किया उद्घाटन

जिला अस्पताल में अब हो सकेगी कोरोना की आरटीपीसीआर जांच

एक दिन में 600 आरटीपीसीआर जांच की जा सकेगी

संभावित चौथी लहर से निपटने के लिए खोला गया है लैब

सहरसा : जिले की स्वास्थ्य सेवाओं में एक और बड़ा बदलाव हुआ है। आरटीपीसीआर जांच की सुविधा अब सदर अस्पताल में मिलेगी। अभी तक कोरोना के आरटीपीसीआर सैंपल की जांच लॉर्ड बुद्धा कोशी मेडिकल कॉलेज की लैब में होती थी। इसमें दो से तीन दिन का समय लग जाता था, लेकिन अब जिला अस्पताल में ही आरटीपीसीआर जांच की सुविधा हो गई है | जांच रिपोर्ट कुछ घंटे में मिल जाएगी। इस मौके पर सिविल सर्जन डा. किशोर कुमार मधुप, एसीएमओ डा. रविन्द्र मोहन, सदर अस्पताल अधीक्षक डा. एस. के. विश्वास, जिला स्वास्थ्य समिति के जिला कार्यक्रम प्रबंधक विनय रंजन, अस्पताल प्रबंधक सिम्पी कुमारी, एवं सहयोगी संस्था के प्रतिनिधि सहित अन्य चिकित्सा पदाधिकारी एवं स्वास्थ्य कर्मी मौजूद रहे।

कल जिलाधिकारी आनंद शर्मा ने सदर अस्पताल में आरटीपीसीआर जांच लैब का उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि यह जिले के लिए खुशी की बात है कि आज जिला अस्पताल में आरटीपीसीआर जांच लैब शुरू किया गया है। इससे यहाँ हर रोज 600 सैम्पल की जांच हो सकती है। इस लैब का कोरोना के अलावा भी अन्य बीमारियों में उपयोग किया जाएगा।

बता दें कि जिले में अभी तक कोरोना के संभावित मरीजों के आरटीपीसीआर सैंपल लॉर्ड बुद्धा कोशी मेडिकल कॉलेज जांच के लिए भेजे जा रहे थे। वहां से तीन दिनों के बाद रिपोर्ट मिलती थी। ऐसे में यदि कोई संक्रमित होता भी था तो वह दो-तीन दिन अन्य लोगों के संपर्क में आ जाता था। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग के सामने मरीज के संपर्क में आए लोगों को ट्रेस करने की भी चुनौती आती थी। इन सब समस्याओं को देखते हुए जिला अस्पताल में ही आरटीपीसीआर लैब की स्थापना करते हुए सभी तरह के उपकरण और मशीनें उपलब्ध करा दी गई हैं। जिस कारण अब जांच के लिए बाहर जाने की जरूरत नहीं पडेगी।

जिलापदाधिकारी आनंद शर्मा ने बताया कि लैब के संचालन के लिए स्टाफ की तैनाती की गई है। लैब स्थापित हो जाने से अब कोविड-19 को समय से ट्रैक किया जा सकेगा एवं उसको प्रभावी ढंग से रोका जा सकेगा ।

जिला पदाधिकारी आनंद शर्मा ने बताया कि लैब में पर्याप्त स्टाफ लगाया गया है। इसके अलावा जिला अस्पताल में ट्रूनेट और एंटीजन से भी कोरोना की जांच की व्यवस्था है। संभावित चौथी लहर से निपटने के सभी तरह के बंदोबस्त किए गए हैं।