कविता/ कुछ नहीं है तेरा – News4All

News4All

Latest Online Breaking News

कविता/ कुछ नहीं है तेरा

😊 Please Share This News 😊


कुछ नहीं है जगत में तेरा
सब कुछ यहीं रह जाएगा

क्यों इठलाता है रे पगले
सत्य नाम ही रह जाएगा

चार दिन का जिंदगी है पगले
करते – धरते तुरंत बित जाएगा

मन में अच्छे कुछ कर ले बंदे
वरना बाद में तुम पछतायेगा

कर ले मन में दृढ़ प्रतिज्ञा
वरना सोचते रह जाएगा

करना है बहुत कार्य जग में
जिंदगी क्या दोबारा आएगा?

इतने में कुछ भक्ति करले बंदे
अमन – चैन यहां रह जाएगा

मन में तब कुछ शांति मिलेगी
परम धाम में स्वर्ग मिलेगा

सुनले”कवि सुरेश कंठ”की वाणी
अच्छी कर्मों का फल मिलेगा

धैर्य रखना सबसे बड़ी बात है
तब जाकर संतोष मिलेगा

व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें 

स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे

Donate Now

[responsive-slider id=1466]
error: Content is protected !!