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सुपौल/ परमानंदपुर पंचायत में नल जल योजना बनी हाथी का दाँत

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✍️ राजीव मिश्रा, राघोपुर (सुपौल)

नल-जल चालू नहीं होने व ऑपरेटरों को पैसा नहीं मिलने पर लोगों जताया आक्रोश

 

राघोपुर (सुपौल) : रविवार को प्रखंड अंतर्गत परमानंदपुर पंचायत के वार्ड नंबर 08 में बने नल जल के टंकी के पास लोगों ने खड़े होकर पीएचईडी व संवेदक के विरोध में प्रदर्शन किया।

वहां के स्थानीय लोगों व भूमि दाताओं ने विभाग व संवेदक के मन मर्जी रवैये के चलते जम कर बबाल काटे। लोगों ने रोष जताते हुए बताया कि सरकार की इस योजना को विभाग व संवेदक कभी भी धरातल पर पुर्ण रुप से उतरने नहीं देंगे । वर्षों बीत गए, मगर इस नल से जल नहीं निकल पाया। सिर्फ हाथी दांत के रुप में विभाग ने हर वार्ड में पानी की टंकी खड़ी कर दी है । इस योजना से किसी को कोई फायदा नहीं मिल पा रहा है।

भूमि दाताओं ने अपनी बहुमूल्य जमीन टंकी बनवाने में दे तो दी, मगर इस आस में कि वार्ड में पानी का सप्लाई होने पर सरकार, विभाग व संवेदक की ओर से ऑपरेटिंग करने वाले सदस्य को मासिक भुगतान दिया जाएगा लेकिन बात ठीक इसके वितरित साबित हो रही है। भूमि दाताओं की जमीन गई सो अलग, आज तक ऑपरेटरों के खाते में संवेदक द्वारा एक भी रुपया नहीं दिया जा रहा है। जिस कारण भूदाताओं एवं बने ऑपरेटरों को बिना पैसा के काम करने को लेकर भूखे मरने की नौबत सामने आ खड़ी हो गई है। ऑपरेटरों ने बताया कि योजना की शुरुआत में विभाग एवं संवेदक ने आश्वासन दिया कि हर वार्ड के भूदाता ही ऑपरेट करेंगे जिसके एवज में उन्हें पांच वर्ष तक संवेदक के माध्यम से प्रति माह पांच हजार रुपये मिलेंगे । वर्षों बीत जाने के बाद भी अब तक ऑपरेटरों को यह नहीं मिला है । प्रदर्शनकारियों ने यह भी बताया कि यह खेल विभाग व संवेदक की मिली भगत से चल रहा है जिसके चलते आज तक हर वार्ड में सिपेज को ठीक करवाया गया है ना ही ऑपरेटरों का भुगतना किया जा रहा है । अन्ततः तंग आकर ग्रामीण तथा ऑपरेटरों ने विभाग व संवेदक के प्रति विरोध जताया है।

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